“सामाजिक एवं राष्ट्रीय एकीकरण के लिए सांस्कृतिक विविधता अपरिहार्य है।” इस...
डॉ. योगेश अटल ने अपने लेख 'संस्कृति और राष्ट्रीय एकीकरण' में भारतीय संस्कृति की मूलभूत विशेषता सांस्कृतिक विविधता को सामाजिक एवं राष्ट्रीय एकता के...
लेखक ‘संधि-वीची संस्कृति की संज्ञा किसे देता है? What does the...
संस्कृति में समुत्थान की शक्ति होनी चाहिए। जो संस्कृति परिवर्तनों का स्वागत नहीं करती है वह टूट जाती है। उनकी प्रगति का मार्ग अवरुद्ध...
“सांस्कृतिक तत्वों को अच्छा या बुरा कहना भ्रामक है।” “इस कथन...
उत्तर मानवशास्त्रियों ने यह स्थापित किया कि कोई भी समाज संस्कृतिविहीन नहीं होता। मानवशास्त्र की यह मान्यता रही है कि सांस्कृतिक तत्वों को अच्छा...
भारत में धर्म निरपेक्षता से क्या अभिप्राय है ? What is...
धर्मनिरपेक्षता का स्वरूप-राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता को लक्ष्य में रखकर ही भारत के संविधान निर्माताओं ने इस देश को धर्म निरपेक्ष प्रजातान्त्रिक गणतन्त्र घोषित...
लेखक की दृष्टि में मध्यमवर्गीय समाज की वास्तविक उन्नति कब संभव...
प्रस्तुत कहानी के माध्यम से लेखक मध्यम वर्ग की उन्नति चाहता है। उसे वास्तविक रूप से उन्नत देखने के लिए लेखक ने व्यंग्यात्मक रूप...
संस्कृति और परम्परा में मूलभूत अन्तर क्या है ? उदाहरण सहित...
जन्म के समय हर शिशु मात्र एक पशु स्वरूप होता है। संस्कृति उसे संस्कार देती है और वह पशु स्वरूप से परिष्कृत होकर सामाजिक...
वैश्वीकरण के दौर में सभी संस्कृतियाँ एक-दूसरे को किस तरह प्रभावित...
संस्कृति समाजव्यापी होती है। संस्कृति समाज के हर पक्ष को छूती है। समाज में होने वाली विभिन्न अन्तःक्रियाओं के अंचल एक-दूसरे से आबद्ध होते...
संस्कृति और राष्ट्रीय एकीकरण पाठ में लेखक का अधिजीवी संस्कृति और...
अधिजीवी संस्कृति संस्कृति समाज द्वारा सीखे हुए व्यवहार प्रकारों की उस समग्रता का नाम है जो किसी समाज की विशिष्ट पहचान बनती है। संस्कृति...
योग की शक्ति पाठ का मूल्यांकन अपने शब्दों में कीजिए ?...
उत्तर- मनुष्य हमेशा खुश रहना चाहता है। प्रत्येक व्यक्ति यह सोचता है कि काश उसके पास भी कोई जादू या चमत्कारिक शक्ति हो जिससे...
कवि हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित ‘योग की शक्ति’ पाठ के...
उत्तर-योग का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के युज शब्द से हुई है; जिसका अर्थ होता है...
व्यक्तित्व विकास में योग शिक्षा का महत्व समझाते हुए योग के...
एक व्यक्ति का व्यक्ति व उनके दृष्टिकोण, राय, झुकाव और अन्य अद्वितीय व्यवहार विशेषताओं का कुल योग है जो स्वयं में निहित है। इन...
योग की शक्ति के आधार पर यम एवं नियम क्या है...
उत्तर-योग की शक्ति के आधार पर यम के पाँच प्रकार होते हैं- (1) अहिंसा, (2) सत्य, (3) स्तेय, (4) असंग्रह (5) ब्रह्मचर्य।
(1) अहिंसा मनुष्य...